कोच्चि, 21 सितंबर। मलयालम फिल्म इंडस्ट्री के दिग्गज अभिनेता मोहनलाल को दादा साहब फाल्के पुरस्कार मिलने की घोषणा के बाद उनके प्रशंसकों में खुशी की लहर दौड़ गई है। इस खुशी के मौके पर, मोहनलाल ने अपने घर जाकर अपनी मां का आशीर्वाद लिया।
कोच्चि के नेदुम्बसरी एयरपोर्ट पर उतरने के बाद, मोहनलाल सीधे अपने निवास 'श्री गणेश' पहुंचे। वहां उन्होंने अपनी मां शांताकुमारी अम्मा से मुलाकात की और उनके आशीर्वाद के बाद अपने फ्लैट की ओर बढ़े।
मीडिया से बातचीत करते हुए मोहनलाल ने कहा, "यह पुरस्कार केवल मेरा नहीं है, बल्कि यह मलयालम सिनेमा का भी सम्मान है। मैं इसे उस उद्योग को समर्पित करता हूं जिसने मुझे बनाया और उन सभी को, जिन्होंने इस 48 साल की यात्रा में मेरा साथ दिया।"
इस अवसर पर मोहनलाल भावुक हो गए और उन्होंने ईश्वर, अपने माता-पिता, अपने देश और उस समिति का आभार व्यक्त किया जिसने उन्हें इस पुरस्कार के लिए चुना।
उन्होंने कहा, "यह मेरे जीवन की सबसे बड़ी खुशी है। मैं ईश्वर, अपने प्रशंसकों और माता-पिता का धन्यवाद करता हूं। मैं उन सभी का प्यार और प्रार्थनाएं याद रखूंगा जिन्होंने मेरे साथ इस सफर में सहयोग किया। इससे अगली पीढ़ी को बड़े सपने देखने और मेहनत करने की प्रेरणा मिलेगी। मैं चाहता हूं कि मलयालम सिनेमा और भी ऊंचाइयों को छुए।"
मोहनलाल, जिन्होंने दो बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीते हैं, पिछले साढ़े चार दशकों से दर्शकों का मनोरंजन कर रहे हैं। उन्होंने मलयालम, तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और हिंदी फिल्मों में 400 से अधिक फिल्मों में काम किया है।
उनकी बहुमुखी प्रतिभा और समर्पण ने भारतीय सिनेमा में एक नया मानक स्थापित किया है। दादा साहब फाल्के पुरस्कार उन्हें 23 सितंबर को 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में प्रदान किया जाएगा।
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